जलती हुई आग के गोले को लोग सूरज कहते हैं।
अंधेरों मे जो उजाले लाए उसे ही लोग सूरज कहते हैंैं।
रात में ढलने पर सुबह जो लॉट आये उसे लोग सूरज कहते हैंैं।
ग़र चाहती है शहादत नेकी , जान हािज़र है बंदे को लोग सूरज कहते हैंैं।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment